PUBLISHED : 15-Sep-2015
नई दिल्ली। अगस्त में एक्सपोर्ट पर आयरन ओर और पेट्रोलियम उत्पादों की तगड़ी मार पड़ी। इस महीने में एक्सपोर्ट 20.66 फीसदी घटकर 21.27 अरब डॉलर रह गया। एक्सपोर्ट में यह कमी लगातार नौवें महीने दर्ज की गई है। इससे ट्रेड डेफिसिट में 17 फीसदी की भारी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। वहीं सोने के इंपोर्ट में 140 फीसदी की भारी बढ़ोत्तरी के बावजूद कुल इंपोर्ट 10 फीसदी घटकर 33.74 अरब डॉलर रह गया।
140 फीसदी बढ़ा सोने का इंपोर्ट
सोने की कीमतों में लगातार जारी सुस्ती के चलते अगस्त में सोने के इंपोर्ट में भारी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इस दौरान सोने का इंपोर्ट 140 फीसदी बढ़कर 4.96 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जबकि बीते साल अगस्त महीने में यह आंकड़ा 2.06 अरब डॉलर रहा था।
एक्सपोर्ट में लगातार नौवें महीने गिरावट
देश में एक्सपोर्ट में कमी की मुख्य वजह ग्लोबल सुस्ती और दुनिया भर में कमोडिटी की कीमतों में गिरावट रही। अगस्त 2014 में वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात 26.8 अरब डॉलर के स्तर पर था। इससे पिछली बार पॉजिटिव ग्रोथ नवंबर 2014 में देखने को मिली थी, तब से लगातार एक्सपोर्ट में गिरावट देखने को मिल रही है।
17 फीसदी बढ़ा ट्रेड डेफिसिट
अगस्त महीने के ट्रेड डाटा से सरकार के ट्रेड डेफिसिट में कमी लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों को तगड़ा झटका लगा। अगस्त में इंपोर्ट 9.95 फीसदी गिरकर 33.74 अरब डॉलर रह गया। इसके चलते ट्रेड डेफिसिट लगभग 17 फीसदी बढ़कर 12.47 अरब डॉलर हो गया, जबकि बीते साल समान महीने में यह 10.67 अरब डॉलर रहा था। हालांकि इस साल जुलाई की तुलना में ट्रेड डेफिसिट में मामूली कमी दर्ज की गई, जब यह 12.81 अरब डॉलर रहा था।
एक्सपोर्टर्स ने जताई चिंता
एक्सपोर्टर्स ने एक्सपोर्ट में लगातार गिरावट पर चिंता जाहिर की है। फेडरेशन ऑ
फ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (फिओ) के प्रेसीडेंट एस सी राल्हान ने कहा कि सरकार को इस गिरावट को थामने के लिए इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम को एक्सटेंशन जैसे कदम उठाने चाहिए।