PUBLISHED : 16-Dec-2014
वाशिंगटन। धूमकेतु पर अंतरिक्षयान की लैंडिंग वर्ष की सबसे बड़ी खोज रही है। भौतिक विज्ञान के क्षेत्र की महत्वपूर्ण शोध पत्रिका "फिजिक्स वल्र्ड" ने धूमकेतु पर किसी मानवनिर्मित खोजी अंतरिक्षयान "फिले" की पहली बार हुई लैंडिंग को वर्ष 2014 की सबसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोज की संज्ञा दी है।
वेबसाइट "फिजिक्सवल्र्ड डॉट कॉम" के मुताबिक, यह ऎतिहासिक घटना 12 नवंबर 2014 को 15.35 जीएमटी पर घटी जब यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा निर्मित अंतरिक्षयान "फिले" के जरिए भेजा गया खोजी अंतरिक्ष उपकरण "रोसेटा" धरती से 51.1 करोड़ किलोमीटर दूर स्थित धूमकेतु "67पी/ चुरियुमोव-गेरासिमेंको" की सतह पर उतरा।
फिले की लैंडिंग यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के वैज्ञानिकों के 10 वर्षो की मेहनत का नतीजा था, जिन्होंने रोसेटा खोजी अंतरिक्ष उपकरण के पहली बार आंतरिक सौर मंडल से होते हुए धूमकेतु तक सफलतापूर्वक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त किया।
ईएसए के नियंत्रण कक्ष को 12 नवंबर को फिले के धूमकेतु 67पी की सतह पर सुरक्षित उतरने के संकेत मिले।
फिजिक्स वल्र्ड की संपादकीय टीम ने 10 सर्वाधिक सराहनीय खोजों की अंतिम सूची में से रोसेटा अभियान पर काम करने वाले वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में इसकी मौलिकता और महत्व के कारण वर्ष "2014 की सबसे महत्वपूर्ण खोज" करार दिया।
फिजिक्सवल्र्ड डॉट कॉम के संपादक हेमिश जॉनस्टोन ने लिखा, ""अत्यंत दूर स्थित एक धूमकेतु पर अंतरिक्ष यान की लैंडिंग में मिली सफलता हासिल कर रोसेटा पर काम करने वाले वैज्ञानिकों ने हमारे सामने सौर प्रणाली की रचना प्रक्रिया और पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति को समझने की दिशा में एक नए अध्याय की शुरूआत की है